बस यूँ ही !!
ज़िन्दगी जब अपने हाथों से फिसलती महसूस होती है,
पलकें खुली और आँखों में ख्वाहिश की चुभन महसूस होती है ,
तोड़ कर दे दो मुझे कोई मेरे ख्वाहिश के सितारों को ,
एविं ज़िन्दगी भी ज़बरदस्ती की महसूस होती है ..!!!
यूँ तेरा शरमा के चले जाना कुछ तो बयां करती है ,
बेक़रारी ए दिल में नींद तुम्हें भी नहीं आती ;
यूँ तो कसक इश्क की मेरे दिल में भी है ,
रह रह के टीस क्या तेरे दिल में नहीं आती ..??
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