इश्क की कसक

यूँ तेरा शरमा के चले जाना कुछ तो बयां करती है ,
बेक़रारी ए दिल में नींद तुम्हें भी नहीं आती ;
यूँ तो कसक इश्क की मेरे दिल में भी है ,
रह रह के टीस क्या तेरे दिल में नहीं आती ..??

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